बम फूटा था, बच्चे का पिता शहीद हुआ था कहीं दिल, कही अंतड़ियां, कहीं कलेजा फैला हुआ था बम फूटा था, बच्चे का पिता शहीद हुआ था कहीं दिल, कही अंतड़ियां, कहीं कलेजा फैल...
जो बलिदानों का सार लिखे, वो कलम कहाँ से लाऊँ मैं ? जो बलिदानों का सार लिखे, वो कलम कहाँ से लाऊँ मैं ?
या अपनी किस्मत पर रोऊँ कहो मातु मैं कैसे सोऊँ। या अपनी किस्मत पर रोऊँ कहो मातु मैं कैसे सोऊँ।
तेरा जीवन देश के खातिर, और देश तेरा ऋणी हैं ! तेरा जीवन देश के खातिर, और देश तेरा ऋणी हैं !
शक्ति के मद में चूर शत्रु को, पुन: उसको अपनी राह दिखाई। शक्ति के मद में चूर शत्रु को, पुन: उसको अपनी राह दिखाई।
उस सैनिक को देखो सीमा पे डटा है जो , हम सब की ख़ातिर मौत से लड़ा वो। ... उस सैनिक को देखो सीमा पे डटा है जो , हम सब की ख़ातिर मौत से लड़ा वो। ...